आइये आज आपको "धरती पर भगवान हैं
सिद्ध करके दिखाता हूँ" :
. "अमरनाथजी" में शिवलिंग अपने आप
बनता है
.
"माँ ज्वालामुखी" में
हमेशा ज्वाला निकलती है
. "मैहर माता मंदिर" में रात को आल्हा अब
भी आते हैं
. सीमा पर स्थित तनोट माता मंदिर में 3000
बम में से एक
का ना फूटना
. इतने बड़े हादसे के बाद भी "केदारनाथ
मंदिर" का बाल ना बांका होना
. पूरी दुनियां मैं आज भी सिर्फ "रामसेतु के
पत्थर" पानी में तैरते हैं
"रामेश्वरम धाम" में सागर का कभी उफान
न मारना
. "पुरी के मंदिर" के ऊपर से
किसी पक्षी या विमान का न निकलना
. "पुरी मंदिर" की पताका हमेशा हवा के
विपरीत दिशा में उड़ना
. उज्जैन में "भैरोंनाथ" का मदिरा पीना
. गंगा और नर्मदा माँ (नदी) के
पानी का कभी खराब न होना
,श्री राम नाम धन संग्रह बॆंक में संग्रहीत इकतालीस अरब राम नाम मंत्र पूरित ग्रंथों को (कागज होने पर भी) चूहों द्वारा नहीं काटा जान। जबकि अनेक चूहे अंदर घुमते रहते हॆं।
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