कुछ ऐसा काम करो कि आपके माता-पिता अपनी प्रार्थना में कहें । “हे प्रभु, हमें हर जन्म में ऐसी ही संतान देना ।
हजार के नोटों से तो बस अब जरूरत पूरी होती है... मजा तो " माँ " से मांगे एक रूपये के सिक्के में था।
मैं क्या लिखूँ ,, जिसकी कद्र जमाना करे...!! ये सोच आज "माँ" लिख दिया ...!! love You Maa !!!
क्या मंदिर, क्या मस्जिद, क्या गंगा की धार करे.. वो घर ही मंदिर जैसा है जिसमे औलाद माँ बाप का सत्कार करे.
पता नहीं क्या जादू है माँ के पैरों में ।। जितना झुकता हूँ , उतना ही ऊपर जाता हूँ !!
न अपनों से खुलता है, न ही गैरों से खुलता है. ये जन्नत का दरवाज़ा है, माँ के पैरो से खुलता है.!!
भगवान न दिखाई देने वाले माता-पिता है, और माता-पिता दिखाई देने वाले भगवान है !
माँ की दुआओं मे जन्नत है माँ के आँचल मे स्वर्ग है जिसकी ऊँगली पकड़ तू चला तू आज इतना सक्षम हो गया कि तुझे आज वो बोझ लगी" !!
मेरी दुनिया में इतनी जो शौहरत है मेरी माँ की बदौलत है .. ऐ मेरे भगवान और क्या देगा तु मुझे मेरी माँ ही मेरी सबसे बड़ी दौलत है !!!
उनका कंधा खुदा ने ना जाने कितना मज़बूत बनाया है, हमारी ख्वाहिशों को उठाते हुए माँ बाप ने कभी उफ़ तक...करते !!
किसी ने व्रत रखा और किसी ने उपवास रखा, हमने वो पुण्य नहीं कमाये, बस माँ बाप को अपने पास रखा!!
मेरी माँ मेरा ख़याल इस तरह से रखती थीं की मैं हमेशा आनंद में रहती थी !!
मुझे एक ऐसी माँ के साथ बड़े होने का मौका मिला जिसने मुझे खुद में यकीन करना सिखाया !!
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